सोती आँखें.
रोती आँखें.
कितने ख्वाब
संजोती आँखें.
सीप में जैसे
मोती आँखें.
काश सभी की
होती आँखें.
कितने मंज़र
ढोती आँखें.
प्यार के सपने
बोती आँखें.
'सजल' शराफ़त
खोती आँखें.
रोती आँखें.
कितने ख्वाब
संजोती आँखें.
सीप में जैसे
मोती आँखें.
काश सभी की
होती आँखें.
कितने मंज़र
ढोती आँखें.
प्यार के सपने
बोती आँखें.
'सजल' शराफ़त
खोती आँखें.
shulriya sangeeta ji
ReplyDeleteaanken hain ya zindgi ka falsafa. vakai bahut khoobsoorat
ReplyDeleteThanks, Vibha
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